भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यलय में राज्य के पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इसके साथ उन्होंने इन खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है।
CM Mohan Yadav Big Announcement: पेरिस पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों अपने शानदार प्रदर्शन से न सिर्फ 29 मेडल जीते हैं, बल्कि पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। पेरिस से वापस आने के बाद से पैरालंपिक खिलाड़ियों को पूरे देश में सम्मानित किया जा रहा है। देश के सभी राज्यों ने अपने पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित कर रहे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश इस मामले में कैसे पीछे रह सकता है। भोपाल के बीजेपी मुख्यालय में मंगलवार को पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में पेरिस पैरालंपिक में ब्रांन्ज मेडल जीतने वाले कपिल परमार एवं वार्टर स्पोर्ट्स खिलाड़ी प्राची यादव और पूजा ओझा को सम्मानित किया गया … गौरतलब है कि पेरिस पैरालंपिक में एमपी शूटर रूबीना फ्रांसिस ने भी बॉन्ज मेडल जीता है। वे कार्यक्रम में किसी वजह से नहीं हुई ।
पैरालंपिक खिलाड़ियों का सम्मान
इस कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने सबसे पहले सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित किया। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि इन खिकड़ियों ने विदेश की धरती पर देश का झंडा गाढ़ा है। राज्य सरकार इन खिलाड़ियों को हमेशा प्रोत्साहन देगी। इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने राज्य के तीनों पैरालंपिक खिलाड़ियों पूजा ओझा, कपिल परमार और प्राची यादव को एक-एक करोड़ रुपये की इनाम राशि देने का ऐलान किया है। इसके साथ इन खिलाड़ियों को राज्य सरकार की तरफ से सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
पैरालंपिक में MP के चार खिलाड़ी खेले
पेरिस पैरालंपिक में मध्यप्रदेश के चार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें में दो खिलाड़ियों ने पहली बार मेडल जीता है। मेडलिस्टों में शूटर रुबीना फ्रांसिस ने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)में ब्रॉन्ज मेडल और इसी तरत कपिल परमार ने जूडो इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। जबकि वार्टर स्पोर्ट्स खिलाड़ी प्राची यादव और पूजा ओझा ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन मेडल से चूक गईं। रुबीना जबलपुर, कपिल परमार सीहोर, प्राची ग्वालियर और पूजा भिंड की रहने वाली हैं। इनमें से पूजा ओझा इनकम टैक्स विभाग में नौकरी करती हैं, जबकि बाकी तीन खिलाड़ियों को नौकरी की तलाश थी। सीएम मोहन यादव की घोषणा से खिलाड़ियों में उत्साह है।