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म.प्र इलेक्शन 2023 : चुनाव कोई भी जीते-हारे विधायक तो परिवार का ही होगा, जानें- किन सीटों पर है फैमिली फाइट

MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में कई विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां परिवारों के सदस्यों को ही बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से टिकट दिया गया है. इन सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.

दिल्ली पूजा सिंहMP Assembly Election 2023 : मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीट के लिए होने वाले चुनावी रण के लिए प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों की ओर से अभी तक 400 से ज्यादा उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है. अधिकांश सीटों पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में है. जबकि, कई सीटों पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने दोनों ही प्रमुख पार्टियों  का खेल बिगड़ने के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. इस सबके बीच प्रदेश की चार सीटें ऐसी है,जहां जीते हारे कोई भी विधायक तो परिवार का ही होगा.

दरअसल, मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बजने के साथ ही राजनैतिक पार्टियों ने चुनावी समर के लिए अपने अपने प्रत्याशियों का नामों का ऐलान शुरु कर दिया है. विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अभी तक 229 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. जिसमें कांग्रेस ने कई सीटों पर बहुत ही चतुराई से बीजेपी उम्मीदवारों के परिजनों या रिश्तेदारों को टिकट देकर मुकाबला बेहद दिलचस्प  बना दिया है. इस खबर में आगे आपकों बताएंगे कि मध्य प्रदेश की किन सीटों पर फैमिली फाइट देखने को मिलेगी . पार्टी ने एक पर जेठ के खिलाफ बहू (छोटे भाई की पत्नी) और एक जगह से समधी और समधन को आमने-सामने कर दिया है. इसी तरह एक सीट पर चाचा के सामने उनका ही भतीजा ताल ठोक रहा है. वहीं एक विधानसभा सीट पर दो भाइयों के बीच मुकाबला होने की संभावना है

  • चाचा के खिलाफ भतीजा

वहीं बात करें रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा सीट की तो यहां से बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को एक बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा है.  जबकि कांग्रेस ने यहां पर नहले पर दहला मारते हुए उनके सगे भतीजे पद्मेश गौतम को इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. अब देवतालाब में चाचा और भतीजा के बीच चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा. क्षेत्र में यह भी चर्चा है कि चुनाव कोई भी जीते लेकिन विधायक गौतम परिवार का ही होगा.

  • समधन के खिलाफ समधी

ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी माने जाने वाली  पूर्व मंत्री  इमरती देवी को एक बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा है. तो वही उनके खिलाफ कांग्रेस ने वर्तमान विधायक सुरेश राजे को टिकट दिया है. हालांकि, दोनों प्रत्याशी रिश्ते में समधन- समधी लगते हैं, लेकिन उनके बीच जमकर राजनीतिक अदावत है. पिछले दिनों विधायक सुरेश राजे के एक आपत्तिजनक वीडियो को लेकर उनकी और इमरती देवी से जमकर बहसबाजी हुई थी. ऐसे में ये तो साफ है इनके बीच एक रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा

  • जेठ और बहू में होगा मुकाबला

बुंदेलखंड की सागर सीट पर भी सबकी नजर है क्योकिं यहां से जेठ और बहू के बीच मुकाबला होने जा रहा है. इस सीट पर बीजेपी ने दो बार के विधायक शैलेंद्र जैन को एक बार फिर मौका देते हुए अपना उम्मीदवार बनाया है.जबकि अब उनके खिलाफ कांग्रेस से छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को टिकट दिया गया है. निधि जैन ने कांग्रेस की टिकट पर ही महापौर का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वह तकरीबन 2000 वोटों से हार गईं थी. महापौर चुनाव में कम अंतर से हार के चलते ही कांग्रेस ने अब विधानसभा चुनाव में उनके ऊपर दांव लगाया है.

  • भाई-भाई में हो सकते हैं मुकाबला

प्रदेश की एक और सीट हाईप्रोफाईल ऐसी है, जहां कयास लगाए जा रहे हैं कि मुकाबला भाई-भाई के बीच हो सकता है. नर्मदापुरम जिले की  होशंगाबाद- इटारसी विधानसभा सीट से दो सगे भाई आमने सामने हो सकते हैं. यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया है. गिरजा शंकर ने हाल ही में कांग्रेस की ज्वाईन की थी . वे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व मौजूदा बीजेपी विधायक सीतासरन शर्मा के भाई है. बीजेपी ने अभी इस सीट को होल्ड पर रखा है. माना जा रहा है कि अगर बीजेपी सीतासरन शर्मा को फिर से टिकट देती है, तो इस सीट पर दो भाइयों के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है.

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