प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में सागर के बड़तूमा में संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी … इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक समेत बीजेपी के नेता मौजूद रहे … कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कि जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब संत रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है… जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता…
पीएम नरेंद्र मोदी की भाषण की बड़ी बातें…
संत रविदास जी ने अपने दोहे में कहा- ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न, छोट बड़ों सब से, रैदास रहें प्रसन्न… आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी-भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं…
कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं चरमरा गईं थीं… गरीब-दलित के लिए हर कोई आशंका जता रहा था… कहा जा रहा था कि 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है… मैंने कहा था कि किसी को भी खाली पेट सोने नहीं दूंगा… मैं भली-भांति जानता हूं कि भूखे रहने की क्या तकलीफ होती है…
हमारे प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है… देश में गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ दलित-आदिवासी-पिछड़े समाज को मिल रहा है … पहले योजनाएं चुनावी मौसम के हिसाब से आती थीं…
कोई भी दलित, गरीब और वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं… जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है… आज एससी-एसटी समाज के लोग खुद अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं…
सागर के नाम में ही सागर समुद्र है… सागर से लाखा बंजारा का नाम भी जुड़ा है… उन्होंने पानी की जरूरत समझी और इसके लिए काम किया… आज पिछड़े-आदिवासी क्षेत्रों में पानी पहुंच रहा है… हम लाखा बंजारा की योजना आगे बढ़ा रहे हैं… जिससें सभी को शुद्ध पेय जल मिल सके…
आदिवासी-दलित-पिछड़े वर्ग के लोगों ने राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है… बाबा साहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का हमने बीड़ा उठाया है… एक स्टेशन का नाम टंट्या मामा के नाम पर किया है… आज आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके वो हकदार थे… मुझे विश्वास है कि संत रविदास की शिक्षाएं हम सब को एकजुट करती रहेंगी…
100 करोड़ की लागत से बनेगा संत रविदास मंदिर-स्मारक